मेरी कहानी एक सपने ने बदल दी जिंदगानी #लेखनी दैनिक काव्य प्रतियोगिता -21-Apr-2022
मेरी कहानी एक सपने ने बदल दी जिंदगानी
आओ मैं सुनाऊ अपने सपने की एक कहानी
जिसने बदल दी मेरी जिंदगानी
एक सुबह देखा मैंने एक सपना जिसमें मेरे
कागज कलम और किताबे
मेरी सारी नई डायरियां जो थी कई सालो पुरानी
सब रो रहे हैं अपना दुखड़ा सुना रहे हैं
इक दूजे को
सबसे पहले बोली मेरी किताबें
देखो हम पर धूल जमी पड़ी है
कभी नहीं हमको अब ये छूती है
कितनें बरसों से पढ़ा नहीं है
इसने हमको
देखो पन्ने पीले पड़ गए हैं
चूहे भी हमको कुतर रहे है
तब मेरी डायरियां बोली
हमारा भी हो गया है बुरा हाल
हो गए हैं हम भी तो फटेहाल
हर बरस जितनी डायरियां
मिलती है इसको
अलमारी में बस ठूंस
रही है हमको
कभी नहीं अब कुछ लिखती हममे
तरस गए अब हम भी कब लिखेगी
अपनी कहानी
हमको भी तो अब बस
चूहे ही हैं कुतर रहे
कलम भी मेरी बोल पड़ी तब
हमको भी तो कभी नहीं छूती है अब
देखो तो हम भी अब सड़ रहे है
सारी स्याही सूख रही है हमारी
हड्डी पस्ली दुख रही है हमारी
अलमारी में पड़े पड़े
अपनी किस्मत पर रो रहे है
तब मिलकर बोली सब
क्या हो गया है इसको अब
क्या ये वही है हमारी कविता
जो थी हमारी पक्की सहेली
क्यों ये इतना बदल गई अब
हम थे इसके जान से प्यारे
थे हम इसके जीने के सहारे
चार्जर पर लगा मेरा फोन
हँसने लगा तब
भूल गई अब तुमको ये
इतराकर वो कहने लगा
अब तो मैं ही हूँ
बस इसका दोस्त
सारा दिन बस मुझसे ही तो
रहती है चिपकी
इसकी उंगलियां हरदम रहती हैं
मुझसे लिपटी
मेरा ढाई जीबी डाटा
कर देती है ढाई घंटे में टाटा
फिर भी नहीं छोड़ती मुझको
कैंडी क्रश, सबवे सरफर खेलती
रहती है हरदम
कई ऐप जो डाउनलोड किये
जो थे तुम्हारे जैसे
जिसमें था पढ़ना लिखना
कभी नहीं उसको खोला अब तक
अब तो मैं भी हो गया हूँ इससे दुखी
सब चिल्लाने और लगे रोने लगे
ये शोर शराबा सुन मैं भी दौड़ी
आई तब
क्या हुआ तुम सबको
क्यों इतना शोर मचा रहे हो
मुझको बतलाओ क्या हुआ
तब सबने मुझको मुझ ही से मिलाया
अपना दुखड़ा सुनाया
सुबह जब नींद खुली मेरी
याद आई मेरी सारी सहेली
सबका साथ निभा रही हूँ
अब मैं
लिख रही हूँ
पढ़ रही हूँ
फोन पर भी उंगलियां
नचा रही हूँ
अपना जीवन सजा रही हूँ
एक सपने ने बदल दी मेरी जिंदगानी
हाँ बस यही है मेरी कहानी।
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कविता झा'काव्या कवि'
21.04.20२२
# लेखनी
##लेखनी दैनिक काव्य प्रतियोगिता
Seema Priyadarshini sahay
25-Apr-2022 04:33 PM
बहुत खूबसूरत
Reply
Punam verma
22-Apr-2022 08:31 AM
Nice
Reply
Abhinav ji
22-Apr-2022 08:01 AM
Very nice👍
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